रंग और रूप गर्मी के मौसम में जैसे भाती नहीं है धूप ये दुनिया ऐसी हीं है सीरत नहीं देखती बस देखती है रंग और रुप रंग-रुप सुधारनें के चक्कर में हम दिल की अच्छाई भूल गए। #RangaurRoop