राज़ रहने दो अभी जो सवाल पूछे जाता हूं.. औरों में वो दम कहां जो आवाज़ उठाते जाता हूं.. मैं नहीं भक्त ना ही काफ़िर कोई .. सच्चे मुद्दे जब कहूं..भूचाल सा मैं उठाता जाता हूं.. क्या उत्थान क्या पतन ..कैसी ही ये खामोशी हैं.. ज़िंदा कहते है खुद को..पर छाई कुछ शर्द मदहोशी है.. मूल तो है शिक्षा का सार्थक ही हो जाना.. पर फर्क किसे ...भीड़ में जीते रहना ही सच बेहोशी है.. #improve #practicaleducation #lessweightagetodegrees #honestyineducation #educationforall #noadjustmentinethicsforscores शिक्षा का प्रारूप सुधारो ..विश्वविजेता खुद बन जाओगे..मार्क्स के पीछे कम ..सीखने की लालसा को प्रोत्साहित करने का वक़्त ...वरना जल्द ही शिक्षा अच्छे कामों से ज्यादा बुरे कर्मों का शाश्वत बनती दिखेगी ...शिक्षा से ज्ञान आना ही सबसे बड़ी विचार होनी चाहिए ...ना कि शिक्षा प्राप्त कर के पैसे के गुलाम बने जाने को ...