White हर वक्त को समझने के लिये एक वक्त दिया जाये, पर आखिर कब तक दिया जाया ? लोगों को समझा जायें पर आखिर किस हद तक समझा जाये? तकलीफों से अपनी खुद लड़ा जायें लेकिन वो भी कब तक लड़ा जायें? चलो माना वक्त को हर हद तक समझकर अपनी सभी तकलीफों से लड़ा जायें और अकेले ही लड़ा जाए, जीतें तो अच्छा है और हारे तो ? फिर आखिर क्या किया जायें? दुबारा लड़ा जायें या फिर सब खत्म किया जाये? पर कहती हूँ मैं तुमसे कि छोड़ों ये सब बाते अब जिंदगी में बदलाव किया जायें। स्थिरता से परिवर्तन मे आया जायें जो समझे आपको बस उन्हें ही समझा जायें। हर वक्त में खुद को थोड़ा ज्यादा वक्त दिया जायें। तकलीफो से लड़ा भी जायें और उन्हें हराया भी जायें। क्योकि परिवर्तन ही जरूरी है जीवन में स्थिरता तो वैसे भी मृत की निशानी है। ©Anjali Sharma #love_shayari #follow4follow #followme