Nojoto: Largest Storytelling Platform

बुद्ध जैसा ज्ञान कहाँ से पाऊँ? जीवन में संयम कहाँ

बुद्ध जैसा ज्ञान कहाँ से पाऊँ?
जीवन में संयम कहाँ से लाऊँ?
मैं अज्ञानी मोह माया में फंसा,
ईश्वर को अपने कैसे मैं बुलाऊँ?

क्रूरता मानव धर्म बन गया है।
रक्तपात एक कर्म बन गया है।
बिलखते मुख कैसे भुलाऊँ?
बुद्ध सा ज्ञान अब कहाँ से लाऊँ?

तुम गुरू हम शिष्य बन जाए।
सभी तमस फिर दूर हो जाए।
स्वयं को इस योग्य बनाऊँ।
बुद्ध जैसा ज्ञान कहाँ से पाऊँ? ❤प्रतियोगिता-660❤
   
👍🏻चित्र प्रतियोगिता - 188👍🏻

🤗आज की चित्र प्रतियोगिता के अंतर्गत आपको चित्र को ध्यान में रखते हुए लिखना है I ध्यान रहे कि शब्द सीमा चित्र के ऊपर ही अंकित हो सके उतनी रहे I🤗

🌟 पहले सावधानी पूर्वक "CAPTION" पढ़ें और दी हुई चुनौती को ध्यान में रखते हुए अपने ख़ूबसूरत शब्दों एवं भावों के साथ अपने एहसास कहें।
बुद्ध जैसा ज्ञान कहाँ से पाऊँ?
जीवन में संयम कहाँ से लाऊँ?
मैं अज्ञानी मोह माया में फंसा,
ईश्वर को अपने कैसे मैं बुलाऊँ?

क्रूरता मानव धर्म बन गया है।
रक्तपात एक कर्म बन गया है।
बिलखते मुख कैसे भुलाऊँ?
बुद्ध सा ज्ञान अब कहाँ से लाऊँ?

तुम गुरू हम शिष्य बन जाए।
सभी तमस फिर दूर हो जाए।
स्वयं को इस योग्य बनाऊँ।
बुद्ध जैसा ज्ञान कहाँ से पाऊँ? ❤प्रतियोगिता-660❤
   
👍🏻चित्र प्रतियोगिता - 188👍🏻

🤗आज की चित्र प्रतियोगिता के अंतर्गत आपको चित्र को ध्यान में रखते हुए लिखना है I ध्यान रहे कि शब्द सीमा चित्र के ऊपर ही अंकित हो सके उतनी रहे I🤗

🌟 पहले सावधानी पूर्वक "CAPTION" पढ़ें और दी हुई चुनौती को ध्यान में रखते हुए अपने ख़ूबसूरत शब्दों एवं भावों के साथ अपने एहसास कहें।
akankshagupta7952

Vedantika

New Creator

❤प्रतियोगिता-660❤ 👍🏻चित्र प्रतियोगिता - 188👍🏻 🤗आज की चित्र प्रतियोगिता के अंतर्गत आपको चित्र को ध्यान में रखते हुए लिखना है I ध्यान रहे कि शब्द सीमा चित्र के ऊपर ही अंकित हो सके उतनी रहे I🤗 🌟 पहले सावधानी पूर्वक "CAPTION" पढ़ें और दी हुई चुनौती को ध्यान में रखते हुए अपने ख़ूबसूरत शब्दों एवं भावों के साथ अपने एहसास कहें।