Nojoto: Largest Storytelling Platform

हाँ बोलने में जितनी ताकत लगती है ठीक उससे ज्यादा त

हाँ बोलने में जितनी ताकत लगती है ठीक उससे ज्यादा ताकत नही बोलने में लगती है। हाँ बोलने के बाद कुछ भी नही करना होता है बस मरना होता है लेकिन नही बोलने के बाद लड़ना वा भिड़ना पड़ता है। एक हाँ।
हाँ बोलने में जितनी ताकत लगती है ठीक उससे ज्यादा ताकत नही बोलने में लगती है। हाँ बोलने के बाद कुछ भी नही करना होता है बस मरना होता है लेकिन नही बोलने के बाद लड़ना वा भिड़ना पड़ता है। एक हाँ।
ankitsaini9093

ANKIT SAINI

New Creator