हाँ बोलने में जितनी ताकत लगती है ठीक उससे ज्यादा ताकत नही बोलने में लगती है। हाँ बोलने के बाद कुछ भी नही करना होता है बस मरना होता है लेकिन नही बोलने के बाद लड़ना वा भिड़ना पड़ता है। एक हाँ।