बड़ी बेरहम होती है ये मोहब्बत, कभी तुझको रुलाती है तो कभी मुझको रुलाती है | अब याद आते हैं मोहब्बत से पहले के वो दिन, जब दोस्तों के बीच बैठ कर हंसते और मुस्कराते थे | अब याद आते हैं मोहब्बत से पहले के वो दिन #