जिन मुकम्मल अंधेरों से फासला थी मैं और उसके बीच में ईद की मिठाई ने मुझे मीठा बना दिया और दीपावली के दीए ने उस अंधेरे को मिटा दिया। फैसला जो भी आये लेकिन फासला न आना चाहिए