छोड़ दी हमने शिकायत करनी, जब उन्हें हमारी बात समझनी नही। बचे हैं कुछ वर्ष शेष जो जीवन के हंस के न सही जबरन हंस के काट लेंगे। 😞😞😞 ©आलोक अग्रहरि #झूठी_मोहब्बत