भूख की महामारी में , स्वाद की लाचारी में , देखो कहीं भटक ना जाना , वरना पक्षताओगे , देकर शरण मेहमानों को , खुद शरणार्थी बन जाओगे , अब तक नजर फिराओ जरा , प्रश्नचिंह है तुम पर ही , इतिहास जरा उठाओ तुम , हैजा प्लेग एड्स कोरोना , भूख स्वाद की उपज , भटकन भटकाव की हमसफ़र , आओ इससे दूर रहें , सुखी रोटी पानी से ही , आत्मसंतोष कर , सबल स्वस्थ निरोग रहें ।🤔 धन्यवाद 🙏 सुप्रभात 🙏 ______संजय निराला ✍️ #National_Safety_Day