धूप छांव सी ये जिंदगी, कभी गम में कभी खुशी में उलझी ये जिंदगी, किसी की मुकाम तक पहुंची, तो किसी की बीच राह में भटकी ये जिंदगी, सुबह से शाम बस उधेड़बुन में लगी ये जिंदगी। कभी यादों का धुंआ लिए अपनी ही धुन में गुम ये जिंदगी, तो कभी एक अलग सी कशिश के साथ मदहोश ये जिंदगी। कभी कोई राग सा गुनगुनाती ताल से ताल मिलाती ये जिंदगी, कभी सूनापन लिए अधूरी सी ये जिंदगी। कभी खूबसूरत सी लगती , तो कभी एक पल में गुमनाम सी जिंदगी। सोचा है कभी होती एक है, पर कितने चेहरे लेकर चलती है ये जिंदगी। कभी अपनों से दूर करदे, तो कभी बेगानों को अपना बना दे ये जिंदगी, चलते-चलते जाने कितने मोड़ से गुजरती ये जिंदगी। लगती बड़ी, गुजरती जल्दी, गुजर जाने पर छोटी लगे ये जिंदगी। पर कुछ भी हो है तो खास ही ये जिदंगी। संवर जाए तो गुलजार, बिखर जाए तो बंजर सी लगे ये जिंदगी। हर तरह के तूफ़ानों को पार कर, आखिर गुजर ही जाती है ये जिंदगी, आखिर गुजर ही जाती है ये जिंदगी। ©Anjali Shrivastava जिंदगी❤️ #poetry_addicts #poetry_of_mine #Texture