ये इश्क़ है साहब जो सहूलियत के साथ हैसियत का अरमान देखता है। और ये दिल है कि लुटने के लिए मासुमियत का जाम देखता है। ये #इश्क़ है साहब सहुलियत के साथ #हैसियत का अरमान देखता है। और ये #दिल है कि लुटने के लिए #मासुमियत का जाम देखता है। #नदान_परिंदा #yqbaba #yqdidi #yqquotes