कलम उठा लेती हूँ और अपने सारे जज्बातो को कागज़ पर लिख, छिपा देती हूँ घर के किसी कोने में जहाँ, किसी का हाथ नहीं पहुँचता। "क्योंकि मैं एक संस्कारी नारी हूँ " OPEN FOR COLLAB ✨ #ATजबभीतुम्हारीयाद • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ♥️ Collab with your beautiful words.✨ Transliteration: Jab bhi tumhaari yaad aati hai