kya सूरत होती रामायण की बात विभीषण की मानी होती या मान ली होती बात मंदोदरी की गाथा की सूरत कुछ होती कहलाता भक्त धरा में राम का प्रभु का अनुरागी होता रावण विजयी था तीनों लोक में फिर भी न वह जीत सका मानी होती बात किसी की वह भी प्रिय राम का होता बदल जाती सूरत रामायण की रावण भक्त राम का होता ❣️ ©वीrendra yadav #ramsita