बहुत याद आती हो, पर कुछ क्रियेटिव कर गुजारा चल जाता, वो भी ये सोचकर कि तुम मुझे सुनती होगी, पढ़ती होगी,महसूस करती होगी। बहुत नुक़्सान आँखों का हुआ है तुझे देखा नहीं कितने दिनों से.. #कितनेदिनोंसे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi