नई नवेली दुल्हन बनकर तुम सज धज कर आई हो, नामदेव परिवार की तुम हो अब लछ्मी,घर की शान बन कर आई हो। बनकर दुल्हन हेमन्त भैया की तुम घर आंगन में आई हो , नई नवेली दुल्हन बन कर तुम सज धज कर आई हो। छोड़ कर अपने घर आंगन को ,तुम नए घर मे आई हो, नई नवेली दुल्हन बन कर तुम सज धज कर के आई हो। साथ फेरो में बंध कर तुम हेमन्त की पत्नी कहलाई हो, नई नवेली दुल्हन बन कर तुम सज धर कर के आई हो। बन कर भुआ फुपाजी की बहु,तुम घर मे आई हो, छोटे भाई बहनों की तुम भाभी बन कर आई हो, नई नवेली दुल्हन बन कर के तुम सज धज कर आई हो। करते है स्वागत हम दीक्षा(भारती)भाभी तुम्हारा दुल्हन बन कर जो तुम आई हो , नई नवेली दुल्हन बन कर तुम सज धज कर के आई हो । ...