(कालाबाजारी) वे लोग जो मानवता पर कलंक है... जिनमें मनुष्यों जैसा न कोई अंश है... जिनको जरुरी है अशर्फी, दूसरे की जान से... वे भी सम्भल से जाएंगे... ये दिन भी गुजर जाएंगे... #२