सच कह रहा हूँ मैं,एक दिन इंक़लाब आएगा। मज़लूमों के आंसुओं से,अब सैलाब आएगा।। मनालो ज़श्न कुछ दिन,इंसानियत के ऐ दुश्मनों। देखना मेरा शाया बनकर,खुद आफ़ताब आएगा। (Saani) #Resolution_2020 #Nohotonews