उनसे दूर सच्चा प्यार भी कितनी गजब पहेली हैं, किस्मत में है या नहीं यही कशमकश रहती हैं, प्यार किसीका सिंदूर किसीके नाम का ये तो अनहोनी हैं, पर जो लिखा रब ने उसके आगे किसकी चलनी हैं, बदलते नहीं किस्मत के फैसले फिर क्यों शिकायतें खुद से रहती हैं। ©Priya Gour kbhi kbhi kuch isliye asambhav ho jata h kuki hm use asambhav kh dete h... 💫kbhi kuch fesle zidgi asabhav bnati h 💫 #प्यार #nojotowriters #18April 11:33 #सिंदूर