वो आँखें नशीली सी न जाने कितने राज छुपाएँ है। जाने किसको देखकर आपने इनमें ख़्वाब सजाएँ हैं। इश्क़ की सरगोशियाँ होने लगी हैं अब हमारे दरमियाँ, हमनें एकतरफ़ा ही सही इस दिल के रिश्ते निभाएँ हैं। वो आँखें तेरी आज भी है बा'इस मेरी बेचैनियों का, रतजगे इन आँखों में हमनें कितने अरसे बिताएँ है। Open for collab.... 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 प्रतियोगिता में सम्मिलित होने के लिए पिन पोस्ट का कैप्शन ध्यान पूर्वक पढ़िये। 🌺नियमानुसार लिखी हुई रचना ही सम्मिलित की जा सकेगी। 🌺रात 11 बजे कमेंट विकल्प बन्द हो जाएगा। 🌺Collab के पश्चात done लिखना न भूलें। 🌺पोस्ट करने से पूर्व collab ऑप्शन बंद कर दें, जिससे आपकी रचना का वॉलपेपर गंदा न होने पाए। 🌺आवश्यक #hastag बने रहने दे।