तुम धरम कि चिलम पे, धुव्वा फूंक देना। मजहब कि आड मे,बस्तीया फूंक देना। कौन जाने यहां अल्ला,कृष्ण रामलल्ला, वो सच्चाई बताये,तुम आस्ता फूंक देना। कवीराज ९०२१०३४९१७. Ritika suryavanshi