*परमात्मा से मिलन मनाने की विधि* अपने मन का बार बार अवलोकन करते जाओ चुन चुनकर इसमें से अवगुण निकालते जाओ नूतन शुद्ध संकल्पों के तुम मन में बीज लगाओ दिव्य गुणों की खुशबू अपने चारों और फैलाओ जितना अपने मन को तुम शुद्ध बनाते जाओगे अपने आत्म स्वरूप का तुम दर्शन कर पाओगे आत्म स्वरूप का जब हर पल करोगे अनुभव परमपिता से मिलन मानना हो जायेगा सम्भव *ॐ शांति*