हां मैं सोना चाहती हूं ज़रा सा रोना चाहती हूं दुनिया की भीड़ से छुपकर खुद में ही खोना चाहती हूं यहां जवाब नहीं सवालों के वजूद बचते नहीं ख्यालों के कह ना पाऊं जो कहना चाहूं अब ख़ामोश होना चाहती हूं जुदा हो जाऊं कहीं खुद से ऐसी कीमत ना मांग मुझसे महफूज़ रख पाऊं खुद को छोटा सा ऐसा कोना चाहती हूं कुछ पल और सोना चाहती हूं ज़रा सा और रोना चाहती हूं #nojoto #nojotohindi #kalakaksh