-------------बलात्कार--------- जब भी पढता हूँ खबर ऐसी आखों से आंसू नहीं गिरने देता मगर दिल दबी आवाज में रो देता है। क्या गुजरती होगी उन मां-बाप पर जो अपनी मासूम बच्ची को कुछ दरिंदो के कारण खो देता है। जब भी मेरा दिल ऐसी खबरें सुनता है तो आवाज आती है अंदर से इसका इलज़ाम तेरे ऊपर भी लगता है। क्युकि तू भी इसी धरती पर बसता है जहां बलात्कार बच्चियो का रोज होता है ओर तू शौक जताने के अलावा कुछ नहीं करता है। है धिक्कार तुझे ऐ मानव जो तू कुछ नहीं कर पाता है। मानवता तेरी भी मर गई है तू क्यू खुद को मानव कहलाता है। #stoprape#stopshowingfakehuminity# #stop #blame #goverment #blame #Ourself #Stoprape Bhimanshi 🇮🇳 My_Words✍✍ OM BHAKAT "MOHAN,(कलम मेवाड़ की)