2 Years of Nojoto खामोश होकर कह रहा हूं मै, आँखो की भाषा तुम पढ लो, यह राह कठीन है जीवन का पथ, मेरा हाथ थाम कर तुम बढ लो!! हैरान नही होना पथ के रोङो से, यह जीवन है,तो ठोकर लाजीम है, हार हार नही,है जीत जीत नही, है व्यर्थ नही तुम यह पढ लो!! सुख और दुख दोनो छोङ सही, बस तुमको इसके बीच तैरते जाना है, जो लहङ का रुप ना ले,वो ज्वार नही, फिर भी अनिवार्य नही कि डरलो!! खामोश होकर कह रहा हूं मै