विधा का वर दीजिये माँ शारदे.. अपनी शरण मे लीजिय माँ शारदे.. हम सब बालक है नादान... सच-झूठ की नहीं हमें पहचान.. आये है शरण में आपके.. इतनी कृपा हमपर करे है कृपा निधान... ज्ञान-विज्ञान, गीत-संगीत हर कला.. में हमें निपुण बनाए हे कृपानिधान...!! ©rishika khushi #सरस्वतीवंदना #सरस्वती_पूजा