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कहतें हैं लफ्जों में होती हैं दुनिया बदलनें की ताक

कहतें हैं लफ्जों में होती हैं दुनिया बदलनें की ताकत।
लफ्ज क्या बदलेंगें उसकी नियति....
भूख से तड़प रहा वो लफ्ज नही काश रोटी होती उसके पास इस वक्त।।
मैं ये नही कहती कोई मदद के लिये आगे नही आया।
सरकार ने मदद की बेतहासा,लोगो ने अपनी दरिया दिली दिखाया।
फिर भी मजदूर,मजबूर हैं कितना,नियति से वो दर-दर की ठोकरें खाया।
हम चाँदनी रात में सो रहें,वो सड़क पर आँसू हैं बहाया।
वो क्या लक्ष्य निर्धारित करें अपना,उसे तो बस अपना घर नजर आया।
काश मेरे लफ्जों में इतनी ताकत होती,थोडी़ सी नियति मैं भी बदल लेती।
थके चेहरें आँखों में नमी,पैदल जो चले जा रहें।
उनकी व्यथा थोडी़ सी हर लेती,उनकी व्यथा थोडी़ सी हर लेती।। कहतें हैं लफ्जों में होती हैं दुनिया बदलनें की ताकत।
लफ्ज क्या बदलेंगें उसकी नियति....
भूख से तड़प रहा वो लफ्ज नही काश रोटी होती उसके पास इस वक्त।।
मैं ये नही कहती कोई मदद के लिये आगे नही आया।
सरकार ने मदद की बेतहासा,लोगो ने अपनी दरिया दिली दिखाया।
फिर भी मजदूर,मजबूर हैं कितना,नियति से वो दर-दर की ठोकरें खाया।
हम चाँदनी रात में सो रहें,वो सड़क पर आँसू हैं बहाया।
वो क्या लक्ष्य निर्धारित करें अपना,उसे तो बस अपना घर नजर आया।
कहतें हैं लफ्जों में होती हैं दुनिया बदलनें की ताकत।
लफ्ज क्या बदलेंगें उसकी नियति....
भूख से तड़प रहा वो लफ्ज नही काश रोटी होती उसके पास इस वक्त।।
मैं ये नही कहती कोई मदद के लिये आगे नही आया।
सरकार ने मदद की बेतहासा,लोगो ने अपनी दरिया दिली दिखाया।
फिर भी मजदूर,मजबूर हैं कितना,नियति से वो दर-दर की ठोकरें खाया।
हम चाँदनी रात में सो रहें,वो सड़क पर आँसू हैं बहाया।
वो क्या लक्ष्य निर्धारित करें अपना,उसे तो बस अपना घर नजर आया।
काश मेरे लफ्जों में इतनी ताकत होती,थोडी़ सी नियति मैं भी बदल लेती।
थके चेहरें आँखों में नमी,पैदल जो चले जा रहें।
उनकी व्यथा थोडी़ सी हर लेती,उनकी व्यथा थोडी़ सी हर लेती।। कहतें हैं लफ्जों में होती हैं दुनिया बदलनें की ताकत।
लफ्ज क्या बदलेंगें उसकी नियति....
भूख से तड़प रहा वो लफ्ज नही काश रोटी होती उसके पास इस वक्त।।
मैं ये नही कहती कोई मदद के लिये आगे नही आया।
सरकार ने मदद की बेतहासा,लोगो ने अपनी दरिया दिली दिखाया।
फिर भी मजदूर,मजबूर हैं कितना,नियति से वो दर-दर की ठोकरें खाया।
हम चाँदनी रात में सो रहें,वो सड़क पर आँसू हैं बहाया।
वो क्या लक्ष्य निर्धारित करें अपना,उसे तो बस अपना घर नजर आया।