मतलबी दोस्त मतलबी दोस्त से भी बिन मतलब से मिलते है जब भी हम उनसे मिलने जाते है वक़्त की मार हैं इसलिए हमारी ये हार हैं हर जख्म खुरेदा जाता हैं उन्हीं से जिनके जख्म हम सिलने जाते है मिला यहां ज़ख्म वहां जख्म गया जहा वहां जख्म हम भी उनसे हर बार इस तरह मिलने जाते है कि जैसे खुद से मिलने जाते हैं वक़्त की मार हैं इसलिए हमारी ये हार हैं हर जख्म खुरेदा जाता हैं उन्हीं से जिनके जख्म हम सिलने जाते है मतलबी दोस्त