तुम चली गई पर ये प्रेम अभी भी जिंदा है तुम्हें याद कर जीता हूं, मुहल्ले में निंदा है मानता हूं रीतियों की बंदिशें होंगी तुम पर तुम लौटेगी जरूर, मेरी मुहब्बत चुनिंदा है ©P S Jha #प्रेम #चुनिंदा