ज़रा छूकर होठों को जो राहत मिली है रूह को, ज़ालिम नही,बस शुक्रगुज़ार हूँ, पूछ लो चाय के प्याले को।। चाय जो बनाई उनकी याद आ गयी....❣️❣️❣️❣️❣️ फिर...अदरक को हमने बहुत कूटा....🤣🤣🤣🤣🤣 🔓 For collaboration .....☕☕☕ स्वागत है प्रिये सखियों और और प्यारे सखाओं..... चाय की चुस्कियों को आज प्यार में बदलते हैं।