#बनारस_के_घाट आते है याद.. जहां जिंदगी मौत, दिखते थे साथ.. कहीं कोई गीत, अलाप रहा था, कहीं मौत पर, कोई विलाप करता.. कोई मोक्ष पाने की, ख़ातिर था आया.. कोई जिंदगी को, जीने था आया.. यह शंकर की नगरी, काशी है धाम.. पावन है गंगा, देती है ज्ञान.. #अजय57