दीन- दलित वर्ग के लोगों को समाज की धारा में लाने को आरक्षण का जन्म हुआ। दिलाने समाज में इन्हें मान-सम्मान देश में आरक्षण का असर अस्तित्व में आया। आरक्षण के असर ने दलितों का उद्घार किया, सामान्य वर्ग को अपना आहार बनाया। आज आरक्षण केवल वोट बैंक बन कर रह गया सामान्य वर्ग दलित की श्रेणी में आया। आरक्षण ने जाने कितने पत्थरों को हीरे के जैसा कीमती बना समाज को दिखा दिया। हीरो का ना कोई मोल रहा, ज्ञान का ना कोई तोल रहा, बस अब आरक्षण ही बोल रहा। अभी तक तो आरक्षण सरकारी और शिक्षा के क्षेत्र में ही अपनी मौजूदगी दिखाता था। पर लगता है निजी क्षेत्रों में भी अब इसने अपने पैर पसार आहार बनाना शुरू कर दिया। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫प्रतिस्पर्धा में भाग लें "मेरी रचना✍️ मेरे विचार"🙇 के साथ.. 🥇"मेरी रचना मेरे विचार" आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों का प्रतियोगिता:-०९ में हार्दिक स्वागत करता है..💐🙏🙏💐 🥈आप सभी ८ से १० पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। विजेता का चयन हमारे चयनकर्ताओं द्वारा नियम एवं शर्तों के अनुसार किया जाएगा।