दिदार से आंखे थकती नहीं थी जिनके आज एक नजर देखने को तरस रहे है जिसकी चाहत पे ज़िंदा थे कभी आज उनकी हि नफरत मारे जा रही है #eleventhquote #yourquote #love #poetry #shayari #poem