रात है खुशनुमा अभी बातें है कुछ अनकही भूल कर भी तुम ना भूली केह दी जो अपने मन की बोली... सुना है मैने ही तुझसे तेरी ही दिल्लगी... है किसका इंतज़ार तुझे हूँ मै तेरे लिए फिर वही... इस तरह तड़पाना देखो अच्छा नही होता इश्क की बेताबियों का सबब यूँ हमे जीने नही देता जल कर भी ना हुआ ख़ाक मै तो, तुझसे इश्क करके मन जो हुआ पाक मेरा... DQ : 022 #yqdidi #yqbaba #yqhindi #yqshayari #raatseries3 #ijhaar #ishq #dard P.C : Deviant Art