ये राहें बहुत याद आती हैं, तूँ जो साथ नहीं तो रुला जाती हैं, गिला शिकवा नहीं अब इन अश्रु धाराओं से, थोड़ा सा ही मगर सुंकू दे जाती हैं। @नeer वोyaaden...#कांधे पे मेरे सिर झुकाना तेरा।।।# वाजुओं में मेरे सिमट जाना तेरा