शोर मचा है, जोर मचा है बिहार में बहार है! बजता है विकास का भोंपू जनता की सरकार है! नेता आवे, मूर्ख बनावे वायदों की बौछार है! 'दागी' नेता गर्व से बोले हम भी चौकीदार हैं! नाकामी कहे छिपा कर विपक्ष की बातें बेकार हैं! कुर्सी में चिपक कर बोले- होना 'विकास' अगली बार है! कराहती है बेबस जनता समस्याओं का अंबार है! कल-कारखाने बन्द हुए सब मिला नहीं रोजगार है! लेकिन भैया सबक सिखाने अबकी जनता तैयार है! नेताओं की रंगत बदली हां बिहार में चुनाव है!! -मोहम्मद मुमताज़ हसन #Politics #बिहार #चुनाव