देते साथ हालात तो बात कुछ और होती आज तुम मेरे सांसों की डोर होती छुरा कर हाथ अपना यूं मुझे पराया नहीं करती देते साथ हालात तो बात कुछ और होती ©MUSAFIR ON THE WAY Vineeta