नया "सवेरा" होते ही, बहुत कुछ देखने को है। प्रभात के पीली किरणों से, बहुत कुछ सीखने को है। धूप के तीखी किरणों से, बहुत कुछ जानने को है। साम के ढलते कणों में, बहुत कुछ लिखने को है। #सवेरा @सवेरा