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एक गुज़ारिश है मेरी मानोगी क्या, मेरा हांथ थाम मुझ

एक गुज़ारिश है मेरी मानोगी क्या,
मेरा हांथ थाम मुझे संभालोगी क्या।।

उलझे हुए हैं धागे मेरी जिंदगी के,
बैठ मेरे संग इन्हें सुलझाओगी क्या।।

गुस्से से दूर तलक कोई वास्ता नहीं मेरा,
कभी तुझसे रूठ गया, तो मनाओगी क्या।।

इस दिल में जो भी आया मेहमान बन कर रहा,
तुम हमेशा के लिए इस दिल में ठहर जाओगी क्या।।

तुम्हें देखना चाहता हूं हर वक़्त अपनी नजरों के सामने,
अपने घर की दहलीज लांघ कर मेरे घर आओगी क्या।।

एक गुज़ारिश है मेरी मानोगी क्या,
मेरा हांथ थाम मुझे संभालोगी क्या।।
 हमसफ़र 
2 line Collab only plz..

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एक गुज़ारिश है मेरी मानोगी क्या,
मेरा हांथ थाम मुझे संभालोगी क्या।।

उलझे हुए हैं धागे मेरी जिंदगी के,
बैठ मेरे संग इन्हें सुलझाओगी क्या।।

गुस्से से दूर तलक कोई वास्ता नहीं मेरा,
कभी तुझसे रूठ गया, तो मनाओगी क्या।।

इस दिल में जो भी आया मेहमान बन कर रहा,
तुम हमेशा के लिए इस दिल में ठहर जाओगी क्या।।

तुम्हें देखना चाहता हूं हर वक़्त अपनी नजरों के सामने,
अपने घर की दहलीज लांघ कर मेरे घर आओगी क्या।।

एक गुज़ारिश है मेरी मानोगी क्या,
मेरा हांथ थाम मुझे संभालोगी क्या।।
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