43. तुमसे हाल जानना है. दुआ में तुम्हारे नाम का सजदा करना है , तुम्हारी धड़कन को महसूस करना है, कुरान की आयतों में , गीता के श्लोकों में , मुझे सब जगह यही करना है , तुमसे हाल जानना है . सड़क के एक मोड़ पर घूमते-घूमते, तुमसे टकराव करना है , हसरत है तुम्हारा हाथ पकड़ कर, अब मुझे चलते जाना है , मुझे अब बस यही करना है , तुमसे हाल जानना है. ©Ankit verma utkarsh❤ collection:- ठंडी धूप 43rd poetry #holdinghands