लय,सुर और ताल का ज्ञान नहीं,फिर भी, सिसकियों के घुंघरू बाँध थिरकती है, तन्हाईयों की धुन पर,रूह मेरी। यूँ ही बेचैन करती है तनहाइयाँ ,ना सोने देती हैं ना जीने। #yqbaba #yqhindi #रूह #sadness #yqdiary #katiequotes #thepowerofwords #boostthyself