वो जख्म देकर पूछती है, मंख लगा दूँ क्या! रुखे फलक जब सारे,पूछती है पानी दूँ क्या! हम भी चाहत की तपिश से जले हुए अनुरागी हैं, मैंने कहा उसे, मेरी चिता पर बरबस चिता बनाओगी क्या! ©Rakesh Bhardwaj #Love #Shayar #loveshayari #Fire #RaKa Pragati Rk Rawat kavita ranjan Anshu writer