Unsplash ये माना ग़ैर बन बैठे, जिन्हें अपना कहा तुमने, मग़र ये भूलते क्यों हो, इधर हम भी तो अपने हैं। तुम्हारा एक अपना, अब तलक ख़ामोश बैठा है, धरम शंकट में है वो, ज़िंदगी में अनेक लफड़े हैं। अकेले सह रहे पीड़ा, कसम से हो बड़े मज़बूत, पर ये भूलते हो क्यों, इधर हम भी तो अपने हैं। -Nishant Pandit ©STRK हो तुम बड़े मज़बूत...❣️💪 #Strong #Love #Live #Life #Zindagi #Prem #library #motivate