White अपनों के जाने का दुःख क्या होता, कोई समझ नहीं पाता। दिल के टुकड़े टूट कर बिखरते हैं, पर दुनिया बस देखती जाती है, सुनने वाले बहुत मिलते हैं, पर समझने वाला कोई नहीं आता। वो आवाज़ जो कानों में गूंजा करती थी, अब खामोशी में खो सी जाती है। उनके कदमों की हलचल जो घर भर में थी, अब सन्नाटों में सिमट जाती है। यादों के साये में दिन गुज़रते हैं, रातों में आंसू बहा जाते हैं। कभी लगता है जैसे वो पास हैं, फिर अचानक एक खालीपन आ घेरता है। उनकी बातें, उनकी हंसी, बस यादों का सिलसिला बन जाती है। वो लम्हें जो हमने संग बिताए, अब सिर्फ यादें बनकर रह जाते हैं। सच है, अपनों के जाने का दुःख, शब्दों में कह पाना आसान नहीं। दिल पर बोझ सा बन कर रह जाता है, उनकी जगह कोई और ले नहीं पाता है। बस उनकी यादों में खोकर, जीवन का ये सफर यूं ही चलता है। I miss you चाची 😢😢 ©Writer Mamta Ambedkar #sad_shayari कविता प्यार पर कविता कविताएं कविता कोश हिंदी कविता