"तुम राधा हो तो हम श्याम प्रिये, यह प्रेम हमारा हैं अविराम प्रिये, सदियो तक दोहराया जायेगा, अपने प्रेम का अद्भुत गान प्रिये। तुम यमुना के तीरे पर आ जाना, सुनना बंशी की सुन्दर तान प्रिये। हम रूप स्वरूप बदल कर भी, लेगे बस इक तेरा ही नाम प्रिये। जीवन भर ही प्रेम तुम्हे करना, ईश्वर से इतना मागूँ वरदान प्रिये। मैं संयोग वियोग रचता जाऊ, रख पाऊ इसप्रेम का मान प्रिये। तुम राधा हो तो हम श्याम प्रिये, यह प्रेम हमारा हैं अविराम प्रिये। राधे के श्याम