आसमा में जितने हैं तारे। चाहने वाले हो उतने तुम्हारे।। जाओ चाहे तुम जिस भी दिशा में। बन पंछी उड़ उसी फिज़ा में।। अंकित को समर्पित {मेरे बड़े भैया द्वारा मुझको समर्पित उपहार रूपी अनमोल विचार} _____________THANKYOU-SO-MUCH______________ 💞❤️❤️BHAIYAJI❤️❤️💞 इतना सम्मान देने के लिए ह्रदय तल की गहराइयों से आभार व्यक्त करता हूं भैया 🙏🏻