भगवान ने तुझे सोच-समझ कर बनाया है तेरी मांगो में बिंदिया चाँद-सितारा बन आया है तेरी इस बिंदिया के बारे में क्या कहूं , इस ने तो दिन का चेन और रात का नींद चुराया है ये देख मुझे लगता है ,तेरी बिंदिया उड़ा के ले गई मेरी निंदिया । बिंदिया उड़ा के ले गई मेरी निंदिया ।