हर आँखों में आँसू, हुसैन तेरी अता का चश्मा दिलों के दामन भिगो रहा है, ये आसमान में उदास बादल तेरी मोहब्बत में रो रहा है, सबा भी जो गुजरे कर्बला से तो उसे कहता है वाला, तू धीरे गूजर यहाँ मेरा हुसैन सो रहा है। Mahe #moharram