अगर गाँधी जी आज ज़िंदा होते तो अपने दोनों गुजराती चेलों को देखने के लिए अपने मोटे मोटे चश्मे ( एनक ) से झांक कर देखते और दुःखी मन से अपने क़ातिल संगठन आर एस एस-राष्ट्र सर्वनाशी संघ और भाजपा सरकारों को कोसते कि आपके दूसरे नम्बर के प्रिय मित्र सरदार वल्लभभाई पटेल ने क्यों एसा किया कि आर एस एस पर से प्रतिबंध हटाने के कारण पुनः आपको हत्या का दुःख भोगना पड़ता !!! ©Mohammed Shamoon #gandhi_ji