लिखु तो क्या लिखु कि शब्दकोश में शब्द ही नहीं मिलते हैं जो तुम्हरा वर्णन कर सके। तुम चांद हो चांदनी बिखेरती हो तुमसे तो खुबसूरत नजारा बनता है। उस नजारे का वर्णन कैसे करु। कि शब्दकोश में शब्द ही नहीं मिलते हैं। एक मुस्कान में तुम्हारे न जाने कितने तनाव ,लोगो के मर मिटते हैं। देख कर चेहरा तुम्हरा । न जाने कितने दिलों के आशिया खिल उठते है। तुम्हारी मौजूदगी को,मैं महसूस तो कर सकती हुँ पर तुम्हरा वर्णन कैसे करु कि शब्द्कोश में शब्द नहीं मिलते हैं। For My most sweetest Ma'am in Nojoto Anshula Thakur #Dream Anshula Thakur