ये गम खत्म क्यूँ नही होते ये तारे रात को क्यूँ नही सोते क्या ये भी मेरी तरह अकेले रोते? इस आसमान में ये काली क्यूँ छाई है क्या ये मेरे मन की परछाई है आज ये मुझे न जाने उसकी याद क्यों आई है जैसे गर्मी के मौसम में काली घटा छाई है पर मैं अब कैसे रुक जाऊ इस अंजान रास्ते पर कैसे थम जाऊ इन अनदेखी गलियों में खो न जाऊ बिना अपनी पहचान बनाए, कही मर न जाऊ जाने ऐसी कौन सी बात आड़े आ जाती है कि ये फ़ासले कम ही नहीं होते। #फ़ासले #collab #yqdidi .. * अपनी रचना को शीर्षक के नीचे से लिखें। #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #bairaagi #wanderer #yqbaba